हुजूर की चुनावी चकल्लस
आप तो माफ करें महाराज
भाजपा पार्षदों से लोगों नाराज। जनता को उनका वोट मांगने के लिए आना अच्छा नहीं लग रहा है। वह कह रही है प्लीज आप न आएं, हमे जिसे वोट देना होगा दे देंगे। आप तभी आना जब बिजली, पानी, साफ-सफाई की समस्या खत्म हो जाए। अभी तो माफ करो महोदया।
संतनगर में समस्याओं लेकर लोगों में भाजपा पार्षदों लेकर लोगों में कितना गुस्सा है इसकी बानगी प्रचार के दौरान सामने आ रही है। वार्ड चार के आरा मशीन रोड पर जब स्थानीय पार्षद भारती खटवानी प्रचार के लिए पहुंची तो महिलाओं ने आप इस बार वोट न मांगे, आप अगली बार आइएगा, क्योंकि जब हम आपसे गंदगी और साफ सफाई व्यवस्था को लेकर आते थे तो आपने हमे यही जवाब दिया था। संतनगर में वार्ड चार और पांच पर भाजपा की महिला पार्षदों का कब्जा है, जो अपने पतियों की देखरेख में पार्षदी चला रही हैं।
सबनानीजी कहां है आप!
सिंधी समाज के बीच अपनी ताकत का अहसास भाजपा प्रत्याशी ने चुनाव कार्यालय के शुभारंभ मौके पुराने सिंधी नेताओं को जुड़ा कर और कांग्रेस प्रत्याशी को लेकर सुनवाकर कर दिया हो। लेकिन, क्षेत्र में चर्चा सिंधी समाज और भाजपा के दिग्गज नेता भगवानदास सबनानी के न दिखने की है। प्रचार के दौरान एक मौका भी ऐसा नहीं आया है जब सबनानी रामेश्वर के साथ दिखे हों। उनकी खामोशी अच्छी बात नहीं है।
सिंधी समाज के भरोसे का सवाल
सिंधी समाज की उम्मीदवारी की बात करें तो गोविंदपुरा सीट से लेकर हुजूर तक सिंधी समाज पर कांग्रेस ने पांच बार भरोसा किया और भाजपा ने एक केवल एक बार। समाज के भरोसे की बात करें तो समाज जनसंघ और भाजपा के साथ खड़ा रहा है। कांग्रेस के भरोसे का सिंधी समाज ने प्रतिसाद नहीं दिया है। हालांकि इस सिंधी समाज के प्रतिनिधित्व का दावा करने सामाजिक नेता अपनी-अपनी सियासी पार्टी के विचार के साथ खड़े हैं। कुछ को कमल पसंद है, कुछ हाथ के साथ हैं।