तीन तलाक राज्य सभा में अटका
नई दिल्ली 04 जनवरी 2018
लोक सभा में तीन तलाक बिल पास कराने के बाद अब सरकार के लिए राज्य सभा से इसे पारित कराना आसान नहीं दिख रहा है। गुरुवार को राज्य सभा में तीन तलाक बिल पर चर्चा के दौरान जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस तीन तलाक बिल को सिलेक्ट कमेटी को भेजने पर अड़ी रही। जबकि सरकार इसे शीतकालीन सत्र में ही पारित कराना चाहती है।
सिलेक्ट कमेटी में बिल को भेजने की मांग पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि सिलेक्ट कमिटी में भेजने का प्रस्ताव देर से आया। यह प्रस्ताव 24 घंटे पहले दिया जाना चाहिए था। जेटली ने आगे कहा कि सदन में कहा जा रहा है कि ज्यादातर सदस्य इस बिल के खिलाफ हैं। इस पर कांग्रेस के सदस्यों ने हंगामा करना शुरू कर किया।
कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हम बिल के हक में हैं लेकिन इसमें महिला विरोधी प्रावधान हैं, जिसका हम विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सवाल इस बात का है कि आरोपी पति अगर जेल में रहेगा तो उसकी पत्नी को खाना कौन खिलाएगा? वित्त मंत्री ने कहा कि अगर आप बिल को खत्म करना चाहते हो तो आप सिलेक्ट कमेटी में नहीं हो सकते।
हंगामा बढ़ता देख राज्य सभा के उपसभापति ने सदस्यों को समझाने की कोशिश की। उन्होंने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि अगर कोई तकनीकी खामी सामने आती है तो संशोधन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ओर से रखे गए संशोधन, प्रस्ताव की तरह हैं। मैं नहीं कह सकता कि मोशन को वापस ले लिया जाए। कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने बिल में संशोधन पर वोटिंग की मांग की।