महिलाओं की खातिर दौड़ी भोपाल पुलिस
भोपाल 30 मार्च 2018
महिला सुरक्षा और सशक्तीकरण के लिए पुलिस के साथ भोपाल भी दौड़ा। मौका था शुक्रवार सुबह को आयोजित ‘वॉक-ए-कॉज’ कार्यक्रम का। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी वॉक-ए-कॉज’ दौड़े। उन्होंने कहा कि महिला अपराध में राज्य सरकार जीरो टॉलरेंस रखती है। पुलिस को अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए फ्री हेंड है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पुलिस द्वारा मनचलों और गुंडों का जूलूस निकालने व उठक-बैठक लगवाए जाने को जायज ठहराते हुए कहा है कि गुंडों का कोई मानवाधिकार नहीं होता। सीएम ने कहा मानवाधिकार की बात करने वालों का बताना चाहता हूं, गुंडों का कोई मानवाधिकार नहीं होता। कथित मानवाधिकार के पक्षधर भी इस बात को जान लें। महिला सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। बेटियों से जगह-जगह छेड़छाड़ करें और उनका घर से निकलना मुश्किल कर दें, ऐसे गुंडों का कोई मानवाधिकार नहीं होता।
‘वॉक-ए-कॉज’ कार्यक्रम में पुलिस महानिदेशक ऋषि कुमार शुक्ला सहित पीएचक्यू के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया। जिला भोपाल से पुलिस महानिरीक्षक जयदीप प्रसाद सहित बड़ी संख्या में महिलाओं, युवतियों और बालिकाओं ने भी हिस्सा लिया। राजधानी के वीआईपी रोड पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने किन्नर भी पहुंचे और पुलिस की पहल को जायज ठहराया।
कमिश्नर प्रणाली का स्वागत
पुलिस कमिश्नर प्रणाली पर विचार कर रही सरकार के कदम का पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने स्वागत किया है। उनका कहना था कि व्यवस्था में बदलाव होना चाहिए। सांसद आलोक संजर ने कमिश्नरी का स्वागत किया। डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला ने कहा कि यह सरकार का विषय है, सरकार को निर्णय लेना है।